बिना मैनेजर के चल रहा है शेरकोट बड़ौदा बैंक।डॉ० एम० क्यू०मालिक

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बिजनौर। शेरकोट में बैंक ऑफ़ बडौदा अच्छी शाखा मानी जाती है जहां जीरो बैलेंस सरकारी योजनाओं सेविंग अकाउंट सीसी अकाउंट और व्यापारियों के बड़ी संख्या में खाता खुले हुए हैं। यहां अन्य कई बैंकों से ज्यादा बिजनेस बैंक ऑफ़ बड़ौदा में होता है। लेकिन फिर भी ब्रांच में हमेशा से ही स्टाफ का अभाव रहा है कभी स्टाफ पूरा नहीं रहता है अक्सर देखा गया है कि काम को देखते हुए ब्रांच मैनेजर ही अपने स्टाफ के साथ क्लर्क  की कुर्सी पर बैठकर काम को निपटाते आए हैं। 
          29 जून को ब्रांच मैनेजर सत्यम कुमार का यहां से ट्रांसफर हो जाने के बाद से अब तक कई महीने बीत चुके हैं। लेकिन यहां आज तक कोई ब्रांच मैनेजर नहीं भेजा गया है बिना मैनेजर के ही ब्रांच चल रही है। स्टाफ पर काम का लोड़ बढ़ा हुआ है क्योंकि स्टाफ पहले से ही कम है आज भी देखा गया की एक कैशियर और दो किलर्क काम करते हुए पाए गए अपने प्रयास से अधिक से अधिक काम को निपटाना चाहते हैं लेकिन खातेदार ज्यादा होने की वजह से ग्राहकों का काम समय पर नहीं हो पता है जिससे ब्रांच में आए दिन बोला चाली होती रहती है। अगर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के उच्च अधिकारी इस ब्रांच पर ध्यान दें तो यह शेरकोट की नंबर वन बैंक ब्रांच हो सकती है।
           व्यापार मंडल अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष शेख कासिम मलिक सत्येंद्र कुमार ठाकुर अर्जुन सिंह सलीम खान संजय गहलोत शमीम अहमद महताब अजीम शराफातुल्लाह मोहम्मद इरशाद संजय कुमार रमेश चंद साजिद अली इदरीस सिद्दीकी इजहार अहमद सिद्दीकी अत्ताउररब  डॉक्टर बुरहान खान डॉ सुरेंद्र सिंह शेख शमशाद हुसैन आदि खातेदारों ने मांग की है की ब्रांच में पूरा स्टाफ उपलब्ध कराया जाए और यहां बड़े कारोबारी खासकर ब्रश कारखानों के टर्नओवर के हिसाब से स्टार थ्री मैनेजर की पोस्टिंग की जाए ताकि व्यापारियों को अधिक से अधिक सुविधा मिले और ब्रांच मैनेजर अपनी क्षमता से व्यापारियों के लोन लिमिट बनाने और बढ़ाने की पावर का इस्तेमाल कर सके और लोगों के काम धंधों में बढ़ोतरी हो। कारोबारीयों के साथ-साथ बैंक का भी कारोबार बढ़े और जनता को राहत मिले।

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